आयुष्मान भारत योजना, जिसे “प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना” (PM-JAY) के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार द्वारा शुरू की गई दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है। 2018 में लॉन्च हुई इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के करोड़ों आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को गंभीर बीमारियों के इलाज के वित्तीय बोझ से बचाना है। यह योजना हर पात्र परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का मुफ्त और कैशलेस इलाज सुनिश्चित कराती है। 2025 तक, इस योजना ने करोड़ों लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की है और हाल ही में इसमें 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को भी शामिल करने का विस्तार किया गया है।
आयुष्मान भारत योजना के मुख्य लाभ:
1. 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा:योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी परिवार को हर साल 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलता है।
2. पूरी तरह कैशलेस इलाज: लाभार्थी परिवार पैनल में शामिल किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में बिना कोई पैसा दिए (कैशलेस) अपना इलाज करवा सकते हैं।
3. परिवार के आकार पर कोई सीमा नहीं:इस योजना में परिवार के सदस्यों की संख्या या उम्र पर कोई सीमा नहीं है। परिवार के सभी सदस्य इस कवर के हकदार हैं।
4. गंभीर बीमारियों का कवर: यह योजना हृदय रोग, कैंसर, किडनी रोग और बड़ी सर्जरी जैसी लगभग सभी गंभीर बीमारियों (द्वितीयक और तृतीयक देखभाल) को कवर करती है।
5. पहले से मौजूद बीमारियाँ भी कवर: योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह लाभार्थी की पहले से मौजूद बीमारियों को भी पहले दिन से ही कवर करती है।
6. पूरे देश में लागू: लाभार्थी अपना “आयुष्मान कार्ड” दिखाकर देश के किसी भी हिस्से में पैनल में शामिल अस्पताल में मुफ्त इलाज का लाभ उठा सकता है।
कौन हैं योजना के पात्र? (Eligibility Criteria)
आयुष्मान भारत योजना की पात्रता मुख्य रूप से 2011 की सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC-2011) के आंकड़ों पर आधारित है। इसमें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए अलग-अलग मानदंड हैं:
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए: इसमें मुख्य रूप से वे परिवार शामिल हैं जिनके पास कच्चा घर है, परिवार में कोई वयस्क पुरुष सदस्य (16-59 आयु वर्ग) नहीं है, भूमिहीन परिवार जो मजदूरी करते हैं, अनुसूचित जाति/जनजाति के परिवार और अन्य कमजोर वर्ग।
शहरी क्षेत्रों के लिए: इसमें कूड़ा उठाने वाले, भिखारी, घरेलू कामगार, निर्माण श्रमिक, प्लंबर, राजमिस्त्री, रिक्शा चालक, स्ट्रीट वेंडर और अन्य असंगठित क्षेत्र के मजदूर शामिल हैं।
हाल ही में, सरकार ने उन वरिष्ठ नागरिकों को भी इसमें शामिल किया है जिनकी आयु 70 वर्ष से अधिक है, ताकि उन्हें भी बुढ़ापे में स्वास्थ्य सुरक्षा मिल सके।
कैसे चेक करें अपना नाम और बनवाएं आयुष्मान कार्ड?
आप आसानी से घर बैठे अपनी पात्रता की जांच कर सकते हैं और अपना कार्ड बनवा सकते हैं:
1. आधिकारिक पोर्टल पर जाएं: सरकार के आधिकारिक लाभार्थी पोर्टल (beneficiary.nha.gov.in) पर जाएं।
2. लॉग इन करें: अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और OTP के माध्यम से लॉग इन करें।
3. विवरण चुनें: अपने राज्य, जिले का चयन करें और “PMJAY” योजना चुनें।
4. पात्रता जांचें: आप अपना नाम, आधार नंबर, राशन कार्ड नंबर या मोबाइल नंबर से अपनी पात्रता खोज सकते हैं।
5. eKYC पूरा करें: यदि आपका नाम सूची में है, तो आपको अपना eKYC (आधार OTP के माध्यम से) पूरा करना होगा।
6. कार्ड डाउनलोड करें: eKYC पूरा होने और मंजूरी मिलने के बाद, आप अपना आयुष्मान कार्ड वहीं से डाउनलोड कर सकते हैं।
यह कार्ड आप नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या पैनल में शामिल अस्पताल में भी बनवा सकते हैं।
निष्कर्ष:
आयुष्मान भारत योजना भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में एक क्रांतिकारी कदम है। यह सुनिश्चित करती है कि देश के सबसे गरीब व्यक्ति को भी पैसे की चिंता किए बिना बेहतरीन इलाज मिल सके। यह योजना न केवल लोगों की जान बचा रही है, बल्कि परिवारों को इलाज के भारी खर्च के कारण कर्ज में डूबने से भी बचा रही है।
